समय की नदी | माहेश्वर तिवारी समय की नदी | माहेश्वर तिवारी हम समय की नदीतैर कर आ गएअब खड़े हैं जहाँवह जगह कौन है। तोड़ते-जोड़तेहर नियम, उपनियमउत्सवों के जिएसाँस-दर-साँस हम एक पूरी सदीतैर कर आ गएअब खड़े हैं जहाँवह सतह कौन है। होंठ परथरथराती हँसीरोप करआँसुओं को पियाआँख में उम्र भर हम कठिन त्रासदीतैर […]
Maheshwar Tiwari
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स्कूलों से | माहेश्वर तिवारी
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याद तुम्हारी | माहेश्वर तिवारी
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मैना री | माहेश्वर तिवारी
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मैं हूँ | माहेश्वर तिवारी
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बहुत दिनों के बाद | माहेश्वर तिवारी
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बंदिशें-आलाप | माहेश्वर तिवारी
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पहरे कड़े हैं | माहेश्वर तिवारी
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तिनके हुए | माहेश्वर तिवारी
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