नजरअंदाज न करें ये लक्षण
किडनी की बीमारी के लक्षण आमतौर पर गैर विशिष्ट लक्षण और जीवन शैली से संबंधित होते है जिसके कारण लोगों का इन पर ध्यान ही नहीं जाता है। इसके लक्षण तब दिखाई देते है जब रोग गंभीर रूप धारण कर लेता है। लक्षणों की पहचान न होने के कारण इसके निदान में देरी हो जाती है। इसलिए समय पर इस समस्या से निपटने के लिए एक व्यक्ति को अपने स्वास्थ्य के बारे में पता होना चाहिए, समस्या से लड़ने के लिए पर्याप्त समय देना चाहिए और समय पर जांच करने के लिए सुधारात्मक कदम उठाने चाहिए। आइए जानें ऐसे लक्षणों के बारे में जिनको अक्सर हम नजरअंदाज कर देते हैं।
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भुख का कम होना और वजन घटना
भुख का कम होना और लगातार वजन का घटना किडनी की बीमारी का सबसे सामान्य लक्षण है। शरीर को कार्य करने के लिए पोषण और एनर्जी की जरूरत होती है और वह उसे भोजन से ही प्राप्त होती है। लेकिन किडनी रोग होने पर भुख इतनी कम लगती है कि व्यक्ति अपने दैनिक जरूरतों की पुर्ति के लिए जाने वाले पोषण और एनर्जी की जरूरत भी पुरी नहीं कर पाता।
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यूरिन से रक्त या प्रोटीन का आना
अगर आपके यूरिनसे ब्लड आता है तो यह चिंता का कारण है। लेकिन यूरीन से प्रोटीन का पता लगाना बहुत जटिल काम है इसके लिए आपको नियमित रूप से चेकअप और मुत्र परीक्षण की जरूरत होती हैं।
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बार-बार यूरिन करना
किडनी रोग होने पर आपकी यूरिन की मात्रा और आवृत्ति में परिवर्तन हो सकता है। विशेष रूप से रात में यूरिन में ज्यादा वृद्धि हो सकती है। यूरीन संबंधी समस्या होने पर आपको कम या ज्यादा मात्रा में यूरिन पीले रंग के साथ भी हो सकता हैं। इसके अलावा यूरिन करने में कठिनाई होना या यह समस्या लगातार भी हो सकती है।
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त्वचा में खुजली
किडनी के रोग होने पर किडनी ठीक प्रकार से काम करना बंद कर देती है। जिससे शरीर के अपशिष्ट पदार्थ बाहर नहीं आते और शरीर में इनका निर्माण होना शुरू हो जाता है। इसके कारण विषैले पदार्थों को त्वचा पर चकत्ते और खुजली माध्यम से बाहर निकालती हैं।
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उच्च रक्तचाप
शरीर की क्षमता में कमी के कारण दिल विभिन्न तंत्रिका कार्यों को पुरा करने के लिए तेजी से रक्त पंप करना शुरू कर देता है। दिल के ज्यादा काम करने से उच्च रक्तचाप की समस्या हो जाती है।
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मतली और चक्कर आना
किडनी रोग में शरीर में अपशिष्ट उत्पादों के निर्माण के कारण मतली और उल्टी की समस्या भी पैदा हो जाती है। किडनी रोग के कारण उत्पन्न एनीमिया आपके ब्रेन में ऑक्सीजन को कम कर देता है जिससे चक्कर आना और एकाग्रता की कमी जैसी समस्या हो सकती हैं।
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पीठ दर्द
गंभीर दर्द होना किडनी स्टोन से पीड़ित लोगों की आम समस्या है, विशेषकर कमर और कमर के निचले हिस्से में। दर्द पेट के निचले हिस्से से पेट और जांध के बीच के भाग में जा सकता है। यह दर्द कुछ मिनटो या घंटो तक बना रहता है तथा बीच-बीच में आराम मिलता है।
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यह सभी किडनी बीमारियों के लक्षण है इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप आयुर्वेदिक उपचार की सहायता ले सकते है।