जाग रहे हैं | प्रयाग शुक्ला
जाग रहे हैं | प्रयाग शुक्ला
सोने चले गए बच्चे
क्रिकेट खेलने वाले
चलाने वाले तिपहिया सायकिल
सोने चले गए।
जाग रहे हैं बच्चे
तश्तरियाँ-प्लेटें साफ करते
ढोते सामान
जाग रहे हैं।
सब कुछ हिंदी में
जाग रहे हैं | प्रयाग शुक्ला
सोने चले गए बच्चे
क्रिकेट खेलने वाले
चलाने वाले तिपहिया सायकिल
सोने चले गए।
जाग रहे हैं बच्चे
तश्तरियाँ-प्लेटें साफ करते
ढोते सामान
जाग रहे हैं।