इंतजार | बसंत त्रिपाठी

इंतजार | बसंत त्रिपाठी

चौराहे पर खड़ा रिक्शा
इंतजार करता रह गया

सिटी बस सर्विस ने
यही तोहफा दिया है उसे

धीमे-धीमे
अपनी ही मौत का इंतजार

See also  लोकतंत्र पर संकट-1 | अनुकृति शर्मा