एक प्रधानमंत्री को याद करते हुए | निशांत
एक प्रधानमंत्री को याद करते हुए | निशांत
अँधेरे में एक चिड़िया बोली
कोई जानवर बोला
अंदर भी कोई बोला
वही नहीं बोला
नहीं बोला
चुप्पा कहीं का
एक प्रधानमंत्री को याद करते हुए | निशांत
अँधेरे में एक चिड़िया बोली
कोई जानवर बोला
अंदर भी कोई बोला
वही नहीं बोला
नहीं बोला
चुप्पा कहीं का