चुप रहो या बोलो | प्रयाग शुक्ला

चुप रहो या बोलो | प्रयाग शुक्ला

या तो चुप रहो
या बोलो
या तो बोलो
या चुप रहो

बोलो तो इस तरह
कि भीतर की चुप्पियों
तक ले जाए
बोलना.

रहो चुप तो इस तरह
कि भीतर की चुप्पियाँ
गहरी,
अथाह, बोलें

See also  जो बीत गई सो बात गई | हरिवंशराय बच्चन