अभी-अभी लिपी
देहरी के लिलार पर
उपटे हैं
छोटू के पाँव
इन पाँव में
महक है
मंजिल की
दिशाओं को जगाने की
उत्कंठा भी खूब
इनमें।
सब कुछ हिंदी में
अभी-अभी लिपी
देहरी के लिलार पर
उपटे हैं
छोटू के पाँव
इन पाँव में
महक है
मंजिल की
दिशाओं को जगाने की
उत्कंठा भी खूब
इनमें।