ऊंटनी का दूध – ऊंटनी का दूध हल्का नमकीन, हल्का खारा होता है। ऊंटनी का दूध 9 से 10 घंटे तक बिना उबाले रखने पर खराब नहीं होता। अगर बराबर मात्रा में पानी मिला दिया जाए तो यह 12-13 घंटे तक खराब नहीं होता। दुनिया भर में सालाना 53 लाख टन और भारत में लगभग 21 हजार टन ऊंट के दूध का उत्पादन होता है। एक ऊंटनी प्रतिदिन लगभग ढाई से दस लीटर तक दूध देती है।

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ऊंटनी का दूध उपचार हेतु काम में आता है। इसके दूध की तासीर गर्म होती है तथा दूध हल्का होता है।

ऊंटनी का दूध वात और कफ वाले रोग, कृमि उदार, शौथ व व बवासीर रोगियों के लिए लाभदायक होता है।

 रेगिस्तानी इलाकों के पशुपालक ऊंटनी का दूध का उपयोग मिठाइयां बनाने व चाय बनाने में करते हैं।

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