अकेले में तुम्हारी उपस्थिति | निशांत
अकेले में तुम्हारी उपस्थिति | निशांत
बियाबाँ में
एक पेड़ खिंचता है
समुद्र में एक डोंगी
भीड़ में तुम
अकेले में
तुम्हारी उपस्थिति।
सब कुछ हिंदी में
अकेले में तुम्हारी उपस्थिति | निशांत
बियाबाँ में
एक पेड़ खिंचता है
समुद्र में एक डोंगी
भीड़ में तुम
अकेले में
तुम्हारी उपस्थिति।