अभिनंदन | त्रिलोचन
अभिनंदन | त्रिलोचन

अभिनंदन | त्रिलोचन

अभिनंदन
प्रिय वसंत
अभिनंदन

         बौर भरी
         डाल, हरी
         अ म रा ई
         अब निखरी
         सुरभि-स्नात

पावन तन
पावन मन
पिक पंचम
में थम थम
कूजन रात
यथा नियम
रवि आतप
का प्रति दल
पर नर्तन

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