दालचीनी के क्या फायदे हैं?
दालचीनी के क्या फायदे हैं?

दालचीनी के फायदे, उपयोग और नुकसान –

दालचीनी ऐसा मसाला है, जो लगभग हर भारतीय रसोई में आसानी से मिल जाएगा। दालचीनी सिर्फ़ एक मसाला ही नहीं, बल्कि एक औषधि भी है, जिसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट गुण कई बीमारियों जैसे – आर्थराइटिस, डायबिटीज़, यहां तक की कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से आपको सुरक्षित रखता है। आज इस लेख में हम दालचीनी के फायदे आपको बता रहे हैं। आप भी जानिए कि दालचीनी आपकी सेहत और शरीर के लिए कैसे लाभकारी है।

दालचीनी के फायदे –

यहां जानिए कि आपके सेहत के लिए कैसे फायदेमंद है दालचीनी और इसका किन-किन बीमारियों में इस्तेमाल किया जा सकता है।

1. वज़न कम करने के लिए

आजकल बढ़ता वज़न या मोटापा लगभग हर दूसरे-तीसरे व्यक्ति के लिए चिंता का विषय बन गया है। खान-पान पर ध्यान न देना और सही तरीक़े से शारीरिक श्रम यानी व्यायाम व योग ना करने से वज़न बढ़ने की समस्या होते रहती है। ऐसे में अगर खाने में दालचीनी का सेवन किया जाए, तो कुछ हद एक यह समस्या कम हो सकती है। दालचीनी में मौजूद पॉलीफेनॉल्स, एक प्रकार का एंटी-ऑक्सीडेंट है, जो इंसुलिन की संवेदनशीलता को बेहतर करता है। इंसुलिन खून में ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित करता है, लेकिन जब आपका शरीर सही मात्रा में इंसुलिन नहीं बना पाता, तो ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है। इसके परिणामस्वरुप मोटापा, डायबिटीज़ और अन्य कई बीमारियों का ख़तरा बढ़ जाता है। एक शोध के मुताबिक़, जिन महिलाओं में पॉलीसिस्टिक डिम्बग्रंथि रोग हैं, उनके लिए दालचीनी इंसुलिन प्रतिरोध को कम कर वज़न को नियंत्रित करती है । इसके अलावा दालचीन का एंटी-ओबेसिटी प्रभाव और इसमें मौजूद कई अन्य तत्व मोटापे को कम करते हैं।

कैसे खाएं ?

सामग्री

  • एक कप पानी
  • एक चम्मच दालचीनी पाउडर
  • एक चम्मच शहद
  • एक चम्मच नींबू का रस

बनाने की विधि

  • पहले पानी को उबाल लें।
  • अब एक कप में दालचीनी पाउडर, शहद और नींबू के रस को मिलाकर एक मिश्रण तैयार कर लें और इस मिश्रण में उबले हुए पानी को डालकर अच्छे से मिला लें।
  • इसके बाद पानी का सेवन करें।

नोट: आप बेहतर परिणाम के लिए रोज़ सुबह इस मिश्रण का सेवन कर सकते हैं।

2. आर्थराइटिस में दालचीनी

बढ़ती उम्र के साथ-साथ हमारी हड्डियां भी कमज़ोर होने लगती है और कई लोगों को गठिया जैसी बीमारी घेर लेती है। ऐसे में दालचीनी एक औषधि के रूप में मदद करती है। दालचीनी में आयरन, कैल्शियम व मैंगनीज़ जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो गठिया की बीमारी में राहत देता हैं। एक शोध के मुताबिक़, रहूमटॉइड आर्थराइटिस में होने वाले दर्द और सूजन को हद तक कम करने में दालचीनी असरदार साबित होती है।

कैसे इस्तेमाल करें ?

दालचीनी के तेल की तीन से चार बूंदे, नारियल या सरसों तेल में मिलाकर गुनगुना गर्म कर लें। अब इस तेल से हड्डियों की मालिश करें। ऐसा करने से दर्द से काफ़ी हद तक राहत मिलेगी।

3. डायबिटीज़ में दालचीनी

खराब जीवनशैली और खान-पान की वजह से कई लोग मधुमेह का शिकार हो रहे हैं। अगर समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया, तो आगे चलकर भारी नुकसान हो सकता है। वक़्त के साथ-साथ डायबिटीज़ अन्य कई बीमारियों को जन्म देने लगती है। ऐसे में मधुमेह के मरीज़ अगर दालचीनी को अपने आहार में शामिल करते हैं, तो मधुमेह पर काफ़ी हद तक नियंत्रण पाया जा सकता है। दालचीनी में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट डायबिटीज़ होने के एक महत्वपूर्ण करक ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करता है।

इस मसाले में फेनोलिक यौगिक और फ्लैवोनॉइड मौजूद हैं, जो एंटी-इन्फ्लेमेटरी, एंटीडाइबेटिक, एंटीकैंसर और कार्डियोप्रोटेक्टीव गुण प्रदान करते हैं । इसके अलावा, एक शोध में बताया गया है कि दालचीनी, ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसमें मौजूद पॉलीफेनॉल्स शरीर में इंसुलिन को बेहतर करता है, जिससे डायबिटीज़ का ख़तरा को कम होता है ।

कैसे खाएं ?

सामग्री

  • छोटा अदरक का टुकड़ा
  • दो चम्मच नींबू का ताज़ा रस
  • एक टूकड़ा दालचीनी का
  • एक चम्मच कच्ची ऑर्गेनिक शहद या सामान्य शहद
  • आधा या एक कप फ़िल्टर या छना हुआ पानी

बनाने की विधि

  • पानी को मध्यम से थोड़े ज़्यादा आंच पर गर्म करें।
  • अदरक के छोटे या बारीक़ टुकड़े करें।
  • जैसे ही पानी उबलने लगे, उसमें अदरक डाल दें।
  • फिर गैस को थोड़ा कम कर दें और इसमें दालचीनी डालें।
  • पांच मिनट तक दालचीनी को पानी में भीगने दें, फिर पानी को छानकर एक कप में डाल दें।
  • अब इसमें नींबू का रस और शहद मिलाकर पिएं।

नोट: आप इसे पूरे दिन में किसी भी समय पी सकते हैं।

4. दिमाग़ के लिए दालचीनी

दालचीनी मस्तिष्क के लिए भी काफ़ी फायदेमंद होती है। दालचीनी की सुगंध मस्तिष्क की गतिविधि को बढ़ाती है। यह मस्तिष्क के लिए अच्छा टॉनिक है। इससे न सिर्फ़ मस्तिष्क तेज़ी से काम करता है, बल्कि इससे तनाव व चिंता जैसी परेशानियों से भी आराम मिलता है। जिन लोगों ने दालचीनी की तेल को सूंघा है, उनकी स्मरण शक्ति बढ़ने लगती है । इसके अलावा दालचीनी में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट गुण मनुष्य को अल्ज़ाइमर और पार्किसन जैसे मस्तिष्क विकार से भी बचाता है । जहां अल्ज़ाइमर में याददाश्त कमज़ोर हो जाती है, वहीं पार्किसन में शरीर के अंगों में कंपन शुरू हो जाता है।

ऐसे करें दालचीनी का प्रयोग

सामग्री

  • आधा या एक कप पानी
  • दालचीनी की छोटी-सी छड़ी
  • एक चम्मच शहद

बनाने की विधि

  • पानी को उबाल लें।
  • अब बर्तन में दालचीनी डालकर उसमें गर्म पानी डालें।
  • पानी में करीब दस मिनट तक दालचीनी को भीगने दें, ताकि इसके सारे गुण पानी में आ जाएं।
  • फिर पानी को छानकर, उसमें शहद मिलाकर पिएं।

5. सर्दी और खांसी में दालचीनी

दालचीनी में एंटी-माइक्रोबायल और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण मौजूद हैं। ये गुण सर्दी-खांसी से बचाव करते हैं।

इसलिए, में दालचीनी का प्रयोग बेहतर उपाय है।

कैसे करेंं इस्तेमाल

सामग्री

  • एक चम्मच दालचीनी पाउडर
  • दो लौंग के टुकड़े
  • एक गिलास गर्म पानी

बनाने की विधि

  • आप दालचीनी पाउडर और लौंग को पानी में डालकर पांच से दस मिनट तक उबालें।
  • फिर इसे छान लें और इसे चम्मच से पिएं।

नोट: आप इसे सिरप की तरह एक या दो चम्मच दिन में दो से तीन बार पी सकते हैं।

6. रक्त परिसंचरण के लिए दालचीनी

दालचीनी रक्त परिसंचरण में सुधार करने में मदद करता है। दालचीनी में ऐसे यौगिक मौजूद होते हैं जो खून को पतला कर रक्त परिसंचरण को बढ़ाते हैं।दालचीनी में मौजूद यह गुण धमनियों से जुड़े बीमारी और दिल के दौरे से भी बचाता है। बेहतर रक्त परिसंचरण का मतलब कम दर्द और अधिक ऑक्सीजन है।

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7. कोलेस्ट्रॉल और दिल के लिए दालचीनी

दालचीनी आपके हानिकारक कोलेस्ट्रॉल को कम कर, अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को स्थिर करती है। इससे दिल के दौरे का ख़तरा भी कम होता है। यह ख़ासकर टाइप-2 मधुमेह वाले मरीजों में ज़्यादा कारगर साबित हुआ है ।

कैसे सेवन करें ?

  • आप दालचीनी की चाय पी सकते हैं।
  • सब्ज़ियों में दालचीनी का उपयोग कर सकते हैं। इससे न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ेगा, बल्कि आपके स्वास्थ्य के लिए भी सही है।

8. सांस की दुर्गन्ध

दालचीनी ना सिर्फ दांत दर्द में आराम पहुंचाती है, बल्कि कुछ शोध के अनुसार, यह मौखिक संक्रमण और सांस की बदबू को भी दूर करती है ।

कैसे प्रयोग करें

आप चाहे तो दालचीनी की छड़ी को चबा सकते हैं या दालचीनी के पानी से (पानी में दालचीनी की छड़ी भिगोकर) कुल्ला या गरारे कर सकते हैं।

9. पाचन क्रिया के लिए दालचीनी

दालचीनी पाचन तंत्र के लिए भी बहुत फायदेमंद है। इसमें एंटी-माइक्रोबायल गुण होता है, जो पाचन तंत्र में संक्रमण का कारण बनने वाले बैक्टीरिया से लड़ता है और कैंडीडा नामक बीमारी से बचाव करता है।

10. ब्लड प्रेशर की समस्या में दालचीनी

आजकल हाई और लो ब्लड प्रेशर यानी उच्च और निम्न रक्तचाप की समस्या कई लोगों को होती है। ऐसे में दालचीनी के सेवन से यह समस्या से काफ़ी हद तक दूर हो सकती है। खासकर टाइप-2 डायबिटीज़ वाले मरीज़ों के लिए यह ज़्यादा फायदेमंद है । हालांकि, जानवरों पर किए गए अध्ययन से पता चला है कि दालचीनी, परिधीय वाहिका प्रसरण के जरिए, रक्तचाप के स्तर को नियंत्रित करती है।

11. इंफर्टिलिटी में दालचीनी

दालचीनी एक एंटी-ऑक्सीडेंट है, जो पॉलीफेनोलिस यौगिकों का एक समृद्ध स्रोत है। यह मोटापे से ग्रस्त लोगों में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करता है। साथ ही यह इनफर्टिलिटी के ख़तरे को भी कम करता है ।

12. मासिक धर्म के समय दालचीनी

अमूमन हर महिला के लिए मासिक धर्म का समय कई परेशानियों, जैसे-पेट दर्द, मितली इत्यादि से भरा होता है। इस स्थिति में कई महिलाएं दवाइयों का सेवन करती हैं, लेकिन हर बार दवाइयों का सेवन ख़तरनाक हो सकता है। इसलिए, मासिक धर्म के समय दालचीनी के घरेलू उपाय काफ़ी मददगार साबित हो सकते हैं। दालचीनी के सेवन से मासिक धर्म के समय ज़्यादा रक्त स्त्राव की परेशानी, दर्द व मितली जैसी समस्याएं कुछ कम होती हैं। यह डिसमेनोरिया यानी मासिक धर्म के समय या पहले होने वाले ऐंठन की समस्या को भी कम करता है । यहां तक की दालनीची पाउडर के सेवन से महिलाओं को पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम से भी राहत मिलती है।

कैसे सेवन करें?

  • एक से दो गिलास पानी
  • एक छोटा चम्मच दालचीनी पाउडर
  • थोड़ा शहद

बनाने की विधि

  • एक से दो गिलास पानी में दालचीनी पाउडर डालकर उबाल लें।
  • फिर इसमें शहद मिलाकर पानी को पिएं।
  • ऐसा करने से मासिक धर्म की ऐंठन काफ़ी हद तक कम होगी।

13. कैंसर के लिए दालचीनी

दालचीनी, कैंसर की कोशिकाओं के विकास को कम करता है और उन्हें फैलने से रोकता है। चूहों पर किए गए एक अध्ययन से दिलचस्प परिणाम सामने आए हैं कि दालचीनी पेट में एंजाइम को सक्रिय करता है, जो इन्द्रियों को डिटॉक्सीफाई कर कोलन कैंसर (एक प्रकार का पेट का कैंसर) को फैलने से रोकता है । दालचीनी में एंटी कैंसर गुण मौजूद है, जो कई प्रकार के कैंसर से हमारे शरीर को बचाता है। साथ ही दालचीनी में मौजूद पॉलीफेनॉल्स, मेलेनोमा कैंसर (त्वचा का कैंसर) के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है।

14. दस्त में दालचीनी

ग़लत खान-पान या कभी-कभी मौसम के वजह से दस्त यानी डायरिया की समस्या हो जाती है। ऐसे में बार-बार दवाइयों के सेवन से पहले अगर घरेलू उपाय को अपनाया जाए, तो फायदेमंद साबित हो सकता है। कई शोध से यह पता चला है कि दालचीनी डायरिया की समस्या को काफ़ी हद तक कम कर सकता है। दालचीनी के एंटी-बैक्टीरियल और औषिधीय गुण डायरिया में काफ़ी फायदेमंद साबित हो सकते हैं ।

कैसे करें सेवन?

सामग्री

  • एक चम्मच दालचीनी पाउडर
  • एक चम्मच जीरा पाउडर
  • एक चमच अदरक पाउडर
  • एक चम्मच शहद
  • एक गिलास पानी

बनाने की विधि

सारे सामग्रियों को एक गिलास पानी में मिलाएं और पिएं। आप इसे दिनभर में दो से तीन बार पिएं।

15. गर्भावस्था में दालचीनी

गर्भावस्था के दौरान महिला को अपने खान-पान का ख़ास ख्याल रखना चाहिए। अगर गर्भवती महिला खाने में दालचीनी का सेवन करती है, तो यह उनके लिए काफ़ी फायदेमंद साबित होगा। दालचीनी में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट गुण किसी भी प्रकार के संक्रमण से महिला का बचाव करते हैं। साथ ही इस बात का ध्यान रखना भी जरूरी है कि अगर किसी गर्भवती को गर्भावधि मधुमेह है या डायबिटीज़ की दवा ले रही है, तो दालचीनी का सेवन डॉक्टर से पूछकर करें। ज़रूरत से ज़्यादा दालचीनी का सेवन खून को पतला कर सकता है, जिसका असर गर्भावस्था के बाद होने वाले रक्तस्त्राव पर पड़ सकता है। इसके अलावा, गर्भावस्था के दौरान ज़्यादा दालचीनी का सेवन समय से पहले प्रसव का कारण बन सकता है।

गर्भवती महिलाएं सिर्फ खाने में दालचीनी का प्रयोग करें और सीमित मात्रा में इसका सेवन करें।

16. लंबी उम्र के लिए दालचीनी

आपको जानकर हैरानी होगी कि दालचीनी से आपकी आयु पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। लगातार दालचीनी पाउडर का सेवन करने से आपके बुढ़ापे में होने वाली स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां काफ़ी हद तक कम हो जाती हैं। इससे शरीर में फुर्ती रहती है और उम्र के साथ होने वाली हड्डियों की दर्द की समस्या भी दूर होती है।

कैसे करें सेवन?

सामग्री

  • दो कप पानी
  • एक चम्मच दालचीनी पाउडर
  • दो से तीन चम्मच शहद

बनाने की विधि

  • आप दालचीनी पाउडर को पानी में उबालें और फिर हल्का ठंडा होने के बाद इसमें शहद मिलाकर पिएं।
  • आप इसे दिनभर में एक से दो बार पी सकते हैं।

17. दालचीनी कब्ज़ और गैस के लिए

आजकल के उल्टे-सीधे खान-पान के कारण हमारे पेट की हालत बहुत खराब हो जाती है। कभी कब्ज़ तो कभी गैस की शिकायत आए दिन लगी रहती है। कई लोगों को कब्ज़ और गैस की दवा लेने की आदत हो जाती है। इन दवा को बार-बार लेना,स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। ऐसे में दालचीनी जैसे घरेलू औषधि को अपने आहार में शामिल करेंगे, तो पेट की समस्या काफी हद तक ठीक हो सकती है।

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आप रात को सोने से पहले दूध में दालचीनी का पाउडर मिलाकर पी सकते हैं। इससे आपको गैस, कब्ज़ और पेट से सम्बंधित अन्य परेशानियों से राहत मिल सकती है। अगर, दूध के साथ पीना पसंद ना हो तो खाने में ज़रूर इसका सेवन करें। आप इस बात को भी ना भूलें कि दालचीनी का ज़रूरत से ज़्यादा सेवन, पाचन क्रिया पर बुरा असर डाल सकता है, इसलिए इसे सीमित मात्रा में लें।

18. दर्द से राहत

हम अक्सर किसी भी तरह का दर्द होने पर दर्द निवारक दवा लेते हैं, जो हानिक़ारक साबित हो सकता है। वहीं, दालचीनी शरीर में होने वाले कई तरह के दर्द, जैसे-दांत दर्द, हड्डियों का दर्द व पेट दर्द में राहत देती है।

कैसे करें उपयोग ?

  • दांत दर्द हो तो दालचीनी को चबाकर खाएं या दालचीनी के पानी से कुल्ला करें। इसके अलावा, दालचीनी के पत्ते का तेल भी रूई में लगाकर दांतों के बीच दबा सकते हैं।
  • पेट दर्द हो तो दालचीनी की चाय या दूध के साथ दालचीनी का सेवन कर सकते हैं।
  • जोड़ों के दर्द में दालचीनी का तेल आप नारियल या सरसों के तेल के साथ गर्म करके लगा सकते हैं। इसके अलावा आप दालचीनी के पाउडर को गुनगुने पानी में पेस्ट बनाकर दर्द वाले हिस्से पर मालिश करें। इससे दर्द कम होने की संभावना होती है।

नोट: अगर इनमें से कोई भी दर्द दालचीनी के इस्तेमाल के बाद भी ज़्यादा दिनों तक रहता है, तो अपने डॉक्टर से ज़रूर संपर्क करें।

अब आगे बात करेंगे कि त्वचा को निखारने के लिए दालचीनी का उपयोग कैसे किया जा सकता है।

त्वचा के लिए दालचीनी के फायदे –

दालचीनी के फायदे सिर्फ़ स्वास्थ्य के लिए ही नहीं, बल्कि आपकी त्वचा के लिए भी है। हर कोई चाहता है कि उनकी त्वचा में हमेशा चमक और नमी बरक़रार रहे, क्योंकि बाहरी ख़ूबसूरती भी बेहद मायने रखती है। विभिन्न तरह की क्रीम व दवाइयों का उपयोग करने से बस कुछ समय के लिए त्वचा पर चमक आएगी और उनके साइड इफेक्ट्स भी होंगे। इससे अच्छा है कि दालचीनी जैसे प्राकृतिक औषधि का उपयोग कर अपनी ख़ूबसूरती को बढ़ाया जाए। नीचे हम दालचीनी के कुछ फ़ायदे बता रहे हैं, जो आपकी त्वचा को जवां और ख़ूबसूरत रखेंगे।

1. मुहांसों और दाग-धब्बों के लिए

धुल-मिट्टी, प्रदूषण, बदलते मौसम या ग़लत खान-पान के कारण चेहरे पर मुहांसे या पिंपल होने लगते हैं। कई बार ये पिंपल चेहरे पर दाग़ तक छोड़ देते हैं। आफ़त तब हो जाती है, जब किसी पार्टी में जाना हो, तब ये पिंपल उनके दाग-धब्बे बुरे लगते हैं, लेकिन अब दालचीनी जैसा सामान्य घरेलू मसाला, आपकी इस परेशानी को दूर कर सकता है। दालचीनी का एंटी-माइक्रोबायल और एंटी-इन्फ्लेमेटोरी गुण पिंपल और दाग-धब्बों को कम करता है। इसके अलावा दालचीनी और शहद का मिश्रण पिंपल वाले बैक्टीरिया को मारता है ।

कैसे इस्तेमाल करें ?

सामग्री

  • चुटकीभर दालचीनी पाउडर
  • लगभग एक चम्मच शहद

बनाने की विधि

  • अपनी हथेली पर शहद और उसमें दालचीनी पाउडर मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें।
  • अब सोने से पहले चेहरे को अच्छे से साफ़ कर, इस पेस्ट को दाग-धब्बों पर लगाकर रातभर के लिए छोड़ दें।
  • अगली सुबह साफ़ पानी से मुंह धो लें।
  • ध्यान रहे कि आप पेस्ट तैयार करने से पहले हाथ को अच्छे से धो लें, ताकि आपके हाथ में मौजूद बैक्टीरिया और गंदगी आपके चेहरे तक न पहुंचे।
  • इस पेस्ट का असर भले ही धीरे होगा, लेकिन इससे आपके दाग़-धब्बे कम होने लगेंगे।

2. होंठो को आकर्षक दिखाने के लिए दालचीनी

होंठों का आकर्षक दिखना भी ज़रूरी है। कई महिलाएं चाहती हैं कि उनके होंठ प्रियंका चोपड़ा, जैकलीन फर्नांडीज़ जैसी बॉलीवुड अभिनेत्रियों की तरह दिखें। दालचीनी ऐसा ही एक घरेलू मसाला है, जिससे आपके होंठ इन अभिनेत्रियों की तरह आकर्षक दिख सकते हैं।

कैसे इस्तेमाल करें?

सामग्री

  • दालचीनी की तीन से चार छोटी छड़ियां
  • एक कप जैतून का तेल
  • एक छोटी शीशी या जार

बनाने की विधि

  • जार में दालचीनी की छड़ी डालें और इसमें जैतून का तेल मिलाएं।
  • इतना तेल डालें कि दालचीनी उसमें अच्छे से भीग जाए।
  • अब इस मिश्रण को एक से दो हफ्ते तक ढक्कन बंद करके ऐसे ही छोड़ दें।
  • जब इसके रंग में बदलाव नजर आने लगे, तो समझ जाएं कि दालचीनी के गुण तेल में आने लगे हैं और अब यह इस्तेमाल के लिए तैयार है।
  • अब इस तेल से अपने होंठो की मालिश करें।

नोट: दालचीनी में मौजूद गुण होंठों को निखारते हैं, जबकि जैतून का तेल होठों को मॉइश्चराइज़ रखता है।

3. रूखी त्वचा के लिए दालचीनी

बदलते मौसम के साथ रूखी त्वचा की परेशानी लगभग हर किसी को झेलनी पड़ती है। कभी-कभी तो चाहे जितनी भी क्रीम लगा लें, लेकिन रूखी त्वचा की समस्या ख़त्म ही नहीं होती। ऐसे में अगर दालचीनी जैसे घरेलू नुस्ख़े का इस्तेमाल किया जाए, तो रूखी त्वचा से कुछ हद तक छुटकारा पाया जा सकता है। दालचीनी, त्वचा की मृत कोशिकाओं को हटाकर उसे कोमल बनाता है। आप दालचीनी को स्क्रब की तरह भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

सामग्री

  • पीसी हुई या दालचीनी का पाउडर
  • नमक
  • जैतून का तेल
  • बादाम का तेल
  • शहद

बनाने की विधि

दालचीनी, नमक, जैतून का तेल, बादाम का तेल और शहद को मिलाकर एक स्क्रब तैयार कर लें और इसे हफ़्ते में एक या दो बार लगाएं।

नोट: ध्यान रहे कि अगर ये स्क्रब लगाने के बाद आपको जलन या खुजली महसूस हो, तो आप तुरंत इसे धो लें। इसे परखने के लिए आप पहले इस पेस्ट को अपने हाथ पर लगाकर पता कर सकते हैं।

4. दालचीनी त्वचा की रंगत को निखारता है

दालचीनी, चेहरे की रंगत को भी निखारता है। प्रदुषण या धूप के कारण अक्सर त्वचा की रंगत उड़ने लगती है, जिससे चेहरे की ख़ूबसूरती गायब हो सकती है। इसलिए, अगर दालचीनी का घरेलू पैक लगाया जाए, तो रंगत में काफ़ी हद तक सुधार आ सकता है।

फेस पैक बनाने के लिए सामग्री

  • एक चम्मच दालचीनी पाउडर
  • दो चम्मच दही
  • एक छोटा केला
  • आधा नींबू का रस
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बनाने की विधि

  • दालचीनी पाउडर, दही, केला व नींबू का रस मिलाकर एक गाढ़ा पेस्ट तैयार कर लें।
  • फिर इस पेस्ट को अपने चेहरे पर लगाकर दस से पंद्रह मिनट के लिए या छोड़ दें। पेस्ट के सूखते ही चेहरे को पानी से धो लें।

नोट: आप इस पैक को हफ़्ते में एक या दो बार लगा सकते हैं। अगर आपकी त्वचा संवेदनशील है, तो पहले पैक को हाथ पर लगाकर देख लें कि कहीं आपको जलन, खुजली या किसी तरह की एलर्जी तो नहीं हो रही है।

5. चेहरे को बनाए जवां

बढ़ती उम्र के साथ चेहरा भी अपनी चमक खोने लगता है। चेहरे पर झुर्रियां पड़ने लगती हैं और निखार खत्म होने लगता है। ऐसे में ज़रूरी है कि आप समय रहते इस चीज़ पर ध्यान दें। आपको जानकर हैरानी होगी कि एक छोटी-सी दालचीनी आपके चेहरे को जवां बना सकती है। यह त्वचा को जवां बनाए रखती है, क्योंकि यह कोलेजन को नष्ट होने से बचाती है और त्वचा के लचीलेपन को बरकरार रखती है। एक अध्ययन के अनुसार, दालचीनी कोलेजन जैव संश्लेषण को बढ़ाता है, जिससे एंटी-एजिंग की समस्या कुछ हद तक कम होती है ।

ऐसे करें दालचीनी का उपयोग

सामग्री

  • एक चम्मच दालचीनी पाउडर
  • एक चम्मच कच्चा शहद

लगाने की विधि

  • दालचीनी और शहद को मिलाकर पेस्ट बना लें।
  • अब इस पेस्ट को अपने चेहरे पर लगा लें।
  • इसे दस से पंद्रह मिनट के लिए रहने दें।
  • फिर गुनगुने पानी से धो लें।

इसके अलावा एक और तरीक़े से भी दालचीनी का उपयोग कर सकते हैं। आप वैसलीन में दालचीनी के तेल की दो-तीन बूंदें डालकर, उससे अपने चेहरे की मालिश कर सकते हैं। फिर थोड़े देर बाद आप साफ़ गीले तौलिये से अपने चेहरे को पोंछ लें।

नोट: ध्यान रहे कि आप दालचीनी के किसी भी मिश्रण को आंखों के आसपास इस्तेमाल न करें।

6. त्वचा संक्रमण या घाव में दालचीनी का उपयोग

दालचीनी में मौजूद एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण त्वचा को संक्रमण से बचाते हैं। साथ ही ये किसी भी घाव को आसानी से भर सकते हैं (29)।

नोट: आप त्वचा संक्रमण होने पर दालचीनी पाउडर व शहद को मिलाकर लगा सकते हैं, लेकिन पहले थोड़ी-सी मात्रा लगाएं। आप लगाने से पहले एक बार डॉक्टर से भी बात कर लें, क्योंकि यह आपके घाव या चोट पर निर्भर करता है कि वह कितना गहरा है और उसका घरेलू इलाज हो सकता है या डॉक्टर के पास जाने की ज़रूरत है।

अब आप पढ़ेंगे कि दालचीनी किस तरह से बालों के लिए फ़ायदेमंद है।

बालों के लिए दालचीनी के फायदे –

लंबे और घने बालों की चाह हर महिला को होती है। अपने बालों की चमक और ख़ूबसूरती को बढ़ाने के लिए लोग तरह-तरह के शैम्पू इस्तेमाल करते हैं, लेकिन इनकी जगह आप एक बार दालचीनी का इस्तेमाल करके देखिए।

1. बालों को लंबा करने के लिए दालचीनी

दालचीनी शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाकर बालों की जड़ों तक ऑक्सीजन को पहुंचाता है, जिससे बाल स्वस्थ रहते हैं। दालचीनी का पेस्ट आपके बालों को बढ़ने में मदद कर सकता है।

पेस्ट कैसे बनाएं

सामग्री

  • एक कप जैतून का तेल
  • एक चम्मच दालचीनी
  • एक चम्मच शहद

बनाने की विधि

  • जैतून के तेल को गुनगुना गर्म कर किसी कटोरी में डाल दें।
  • अब इसमें दालचीनी और शहद मिलाएं।
  • इसके बाद किसी ब्रश से इस पेस्ट को अपने बालों और उनकी जड़ों में लगाएं।
  • इसे दस से पंद्रह मिनट तक रहने दें, उसके बाद बालों को शैम्पू व कंडीशनर से धो लें।

नोट: इस पेस्ट को आप हफ्ते में एक बार लगा सकते हैं।

2. बालों को कलर करने के लिए दालचीनी

अगर आपको बालोंं को कलर करना चाहते हैं, लेकिन बाज़ार में उपलब्ध रासायनिक हेयर कलर इस्तेमाल करने से डरते हैं, तो ऐसे में दालचीनी अच्छा प्राकृतिक विकल्प है। आपको बस इतना करना है कि अपने बालों को अच्छे से धो लें और फिर सुखाकर अच्छे से झाड़ लें, ताकि आपके बाल फंसे या टूटे नहीं। इसके बाद दालचीनी और कंडीशनर को मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें। इस को बालों पर लगाकर रात भर के लिए छोड़ दें। अगली सुबह बालोंं को धो लें, इससे आपके बालों में हल्का-सा रंग आ जाएगा।

नोट: अगर आपको यह पेस्ट लगाने के बाद खुजली हो, तो बालों को तुरंत धो लें, क्योंकि हर किसी के बालों की ज़रूरत अलग होती है।

3. दालचीनी बालों के जड़ों को साफ़ करता है

हर रोज़ की धूल-मिट्टी और प्रदुषण के कारण बाल गंदे, रूखे, बेजान व नमी खोने लगते हैं। ऐसे में कम से कम हफ़्ते में एक बार आपके बालों की केयर करने की ज़रूरत होती है, ताकि बालों में फिर से ताज़गी आ जाए। अगर आप केमिकल प्रोडक्ट का इस्तेमाल ना करके प्राकृतिक और घरेलू नुस्खे को अपनाएंगे तो आपके बालों में और ज़्यादा चमक आ जाएगी। इसलिए हम दालचीनी का एक नुस्खा आपके साथ शेयर कर रहे हैं। इसमें मौजूद पोषक तत्व, बालों में एक नई जान डाल देते हैं।

यह है नुस्खा

सामग्री

  • आधा चम्मच दालचीनी या दालचीनी पाउडर
  • एक चम्मच बेकिंग सोडा
  • दो चम्मच जैतून का तेल

नोट: सामग्रियों की मात्रा अपने बालों की लंबाई और घनत्व के अनुसार लें।

पेस्ट बनाने की विधि

  • एक कटोरी में इन सभी सामग्रियों को मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें।
  • अब इस मिश्रण से अपने बालों में हल्की-हल्की मालिश करें और पंद्रह से बीस मिनट तक लगा रहने दें।
  • फिर अपने बाल को धो लें।

दालचीनी में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट गुण आपके बालों से गंदगी को निकालकर बालों को साफ़ कर देंगे। बेहतर परिणाम के लिए आप इसे हफ्ते में एक बार लगा सकते हैं।

नोट: अगर आपको यह पेस्ट लगाने पर जलन या खुजली महसूस हो, तो आप इस पेस्ट को तुरंत धो लें।

हर चीज के फायदे होते हैं, ताे कुछ नुकसान भी होते हैं। यहां हम आपको दालचीनी के कुछ ऐसे ही नुकसान के बारे में बता रहे हैं।

दालचीनी के नुकसान –

दालचीनी के कुछ नुकसान भी हैं, जिसके बारे में जानना ज़रूरी है, ताकि इसका सेवन करते समय थोड़ा ध्यान रखें।

  1. लिवर की समस्या हो सकती है।
  2. खून पतला कर सकता है।
  3. त्वचा की समस्या।
  4. गर्भवती महिला को समय से पहले प्रसव हो सकता है।
  5. निम्न ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर

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