हिंदी न आगे रखोन पीछेसाथ-साथ रखोघर-बाहर-दफ्तर मेंमन के घर में, वाणी मेंपरदेस मेंहर भाषा सीखपर अपनी भाषा मत भूलमातृभाषा नाशतो धर्म-जाति नाश READ उन्हें पुकारो | गुलाब सिंह