आवाजें | मंगलेश डबराल
आवाजें | मंगलेश डबराल

आवाजें | मंगलेश डबराल

आवाजें | मंगलेश डबराल

कुछ देर बाद
शुरू होंगी आवाजें

पहले एक कुत्ता भूँकेगा पास से
कुछ दूर हिनहिनाएगा एक घोड़ा
बस्ती के पार सियार बोलेंगे

बीच में कहीं होगा झींगुर का बोलना
पत्तों का हिलना
बीच में कहीं होगा
रास्ते पर किसी का अकेले चलना

इन सबसे बाहर
एक बाघ के डुकरने की आवाज
होगी मेरे गाँव में।

READ  माँ की याद

Leave a comment

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *