गलियाँ हमारे संसार की पहुँच हैं
सुलझा देती हैं
बात की तरह कठिनाई
हमारी भाषा का वैभव
गलियों से ही
बढ़ा है बरहमेश
संबंधों को सिरजती-सँवारती
छूट गए को मिला ही देती हैं
कभी-कभार
देती हैं दुर्गम से उबार
पार हुआ तो
गलियों का ही नाम लूँगा।
सब कुछ हिंदी में
गलियाँ हमारे संसार की पहुँच हैं
सुलझा देती हैं
बात की तरह कठिनाई
हमारी भाषा का वैभव
गलियों से ही
बढ़ा है बरहमेश
संबंधों को सिरजती-सँवारती
छूट गए को मिला ही देती हैं
कभी-कभार
देती हैं दुर्गम से उबार
पार हुआ तो
गलियों का ही नाम लूँगा।