प्रेरणा | पंकज चतुर्वेदी
प्रेरणा | पंकज चतुर्वेदी

प्रेरणा | पंकज चतुर्वेदी

प्रेरणा | पंकज चतुर्वेदी

एकपत्नीव्रत की प्रेरणा 
राम को 
अपने पिता से 
मिली होगी

न तीन रानियाँ होतीं 
न सपत्नी-डाह से 
पैदा हुआ 
स्त्री-हठ 
न वनवास 
न पिता का वह 
असमय चले जाना

READ  हाथ | बुद्धदेव दासगुप्ता

Leave a comment

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *