सदानीरा | ए अरविंदाक्षन
सदानीरा | ए अरविंदाक्षन
कान्हा
श्याम शिला खंड है
राधा जमुना की तरह
उससे वलयित बहती
प्रेम की धारा है
प्रेम जल है
सदानीरा
सदानीरा | ए अरविंदाक्षन
कान्हा
श्याम शिला खंड है
राधा जमुना की तरह
उससे वलयित बहती
प्रेम की धारा है
प्रेम जल है
सदानीरा