खुशहाल है | इसाक ‘अश्क’
खुशहाल है | इसाक ‘अश्क’
पोस्टर विज्ञापनों में
देश मेरा, बंधु मेरे
फिक्र मत करना
बड़ा खुशहाल है।
हर समस्या
फाइलों में कैद –
फीतों से बँधी है
यह न कहना
सिर्फ यह तो –
भ्रष्ट लोगों की सदी है
नृत्य को तैयार
हर क्षण, हर समय
भूखा दिगंबर
कोरकू संथाल है।
धर्म-दंगों की
फसल जमकर –
उगाने में लगे हैं
बाद मुद्दत के
अचानक –
होश में आए, जगे हैं
छेड़ना मत
जिक्र करना आँसुओं का
स्वार्थ में डूबे स्वजन
दिक्-काल है।